Site icon Healthtips.com

Jowar Roti Recipe in Hindi|ज्वार के आटे की रेसिपी|Jowar Roti Recipe|ज्वार की रोटी

Jowar Roti Recipe in Hindi: ज्वार के आटे और नमक के साथ बनी यह रोटी भारत के पश्चिमी भागों में बहुत अधिक पसंद की जाती है। इसमें फाइबर, पोटैशियम, फोलेट, आयरन, और अन्य कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिससे स्वास्थ्य स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी होती है। ज्वार की रोटी फाइबर से भरपूर और ग्लूटेन मुक्त होती है, मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद होने के साथ रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को भी कम करती है। ज्वार की रोटी बनाना बहुत ही आसान है, अगर आप नरम रोटी पसंद करते हैं तो आटा गूंधने के लिए गर्म पानी का उपयोग करें। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको ज्वार की रोटी बनाने की सरल रेसिपी के बारे में बताएंगे।

तैयारी का समय
05 मिनट
पकाने का समय
15 मिनट
कुल समय
20 मिनट
सर्विंग
4

और जानें- पत्ता गोभी के 20 चमत्कारी फायदे

Easy Jowar Roti Recipe in Hindi Ingredients

सामग्री
1 कप ज्वार का आटा
नमक (स्वाद अनुसार)
गरम पानी (आवश्यकतानुसार)
1 चम्मच घी

ज्वार के आटे की रोटी कैसे बनाएं|Jowar Bhakri Recipe in Hindi

खस्ता रोटी रेसिपी

सुझाव

ज्वार की रोटी के फायदे और नुकसान

  1. ज्वार का आटा ग्लूटेन मुक्त होने के कारण वजन कम करता है। इसमें कम फैट होती है और फाइबर की अच्छी मात्रा होने से वजन को कम करने में सहायक होता है।
  2. ज्वार में पोषण से भरपूर पोषक तत्व होते हैं, जैसे कि प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, और विटामिन्स (बी कॉम्प्लेक्स और फोलिक एसिड)।
  3. ज्वार के आटा में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) होता है, जिससे यह रक्त शर्करा को संतुलित करता है। इससे डायबिटीज के मरीजों के लिए एक अच्छा विकल्प है।
  4. ज्वार की रोटी कम कैलोरी में होती है, इसलिए वजन कम करने के लिए फायदेमंद हो सकती है।
  5. ज्वार में मौजूद फाइबर और पोषक तत्व हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं और हृदय संबंधित बीमारियों का खतरा कम करते हैं।
  6. ज्वार का सेवन पाचन को सुधारने में मदद कर सकता है और पेट के रोगों से बचाव करने में मदद करता है।
  7. ज्वार में फाइटोएस्ट्रोजेन्स होते हैं, जो बड़े मात्रा में खाने पर हानिकारक हो सकते हैं। कुछ लोगों को ज्वार से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचाकी बीमारी, खुजली, खासी, या सांस की परेशानी हो सकती है।
  8. ज्वार की रोटी का अधिक सेवन करने से कुछ लोगों को गैस या पेट की समस्याएँ हो सकती हैं।
  9. ज्वार में कैल्शियम की कमी होती है, इसलिए इसे कैल्शियम से भरपूर सामग्रियों के साथ खाना बेहद महत्वपूर्ण है।

निष्कर्ष-

ज्वार की रोटी सिर्फ आपके भोजन के लिए एक स्वादिष्ट डिश नहीं है बल्कि यह पोषण का पावरहाउस है। इस ग्लूटेन-मुक्त, फाइबर युक्त और पोषक तत्वों से भरपूर रोटी को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। ज्वार के आटे की रेसिपी बनाना बहुत ही आसान है। इसे गुड़ के साथ परोसने से इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है। तो, आज ही अपनी रसोई में जाएँ इस Jowar Roti Recipe in Hindi को बनाकर इसका आनंद लें। अगर मेरे द्वारा बताई गयी जानकारी से संतुस्ट हैं तो कमेंट में थैंक्यू जरूर बोलें।

FAQ-

ज्वार की रोटी कब खाना चाहिए?
आपको दिन में ज्वार की रोटी को अधिकांशत: तीन बार खाना चाहिए। सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात का खाना में इसे शामिल किया जा सकता है।
ज्वार की रोटी खाने से क्या फायदा होता है?
ज्वार की रोटी ग्लूटेन-फ्री होती है, जिससे वजन को कम करने में उपयुक्त है। पूर्ण आहार होने के साथ ही ज्वार शरीर को फाइबर, पोटैशियम, फोलेट, और आयरन जैसे पोषण से भरपूर तत्व प्रदान करती है, जिससे सेहतमंद रहा जा सकता है।
ज्वार से क्या क्या बनाया जा सकता है?
ज्वार से विभिन्न स्वादिष्ट और पौष्टिक आहार बनाया जा सकता है। इससे ज्वार की रोटी, धोकला, इडली, उपमा, और खिचड़ी बनाई जाती हैं। इसके अलावा, ज्वार के दलिया, और चिकनी रोटियां भी बनाई जा सकती हैं, जो सेहत के लाभकारी होती हैं।
ज्वार का आटा किसे नहीं खाना चाहिए?

ज्वार का आटा ग्लूटेन-फ्री होता है, इसलिए जो लोग सेलिएक से पीड़ित हैं, उन्हें ज्वार की रोटी नहीं खानी चाहिए। हालांकि, यदि कोई खाने की इच्छा रखता है, तो वह ज्वार से बनी रोटी का सेवन कर सकता है।

ज्वार की रोटी खाने से वजन कम होता है क्या?

ज्वार की रोटी में ग्लूकोस और लीसिन होते हैं, जो वजन प्रबंधन में मदद कर सकते हैं। यह उच्च फाइबर और पौष्टिक तत्वों से भरपूर होती है, जिससे भूख कम लगती है और वजन कम करने में सहायक होती है।

Exit mobile version