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खुद बनाएं दाल बाटी चूरमा स्वादिष्ट राजस्थानी रसोई,Dal Bati Churma Recipe in Hindi

अगर आप लोकप्रिय भोजन के शौकीन हैं, तो Dal Bati Churma Recipe in Hindi किसी परिचय की मोहताज नहीं है। क्योंकि राजस्थान के लोकप्रिय व्यंजनों में सबसे पहले दाल बाटी चूरमा नाम आता है। इसकी उत्पत्ति राजस्थान के शुष्क क्षेत्र में हुई, जहां लोगों को तपते रेगिस्तान में लंबे समय तक काम करने के लिए उच्च ऊर्जा वाले भोजन की आवश्यकता होती थी। राजस्थान में अनेक उत्सवों व त्योहारों पर यह व्यंजन विशेष तौर पर बनाया जाता है। दाल बाटी चूरमा स्वादिस्ट होने के साथ हेल्थी भी है, क्योंकि इसको बनाने में देशी घी की मात्रा का उपयोग किया जाता है। अब आपको दाल बाटी के लिए होटल जाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आज हम आपको अपने रसोई में बहुत ही सरल तरीके से दाल बाटी चूरमा रेसिपी बनाना बतायेंगे।

Dal Bati Churma Recipe in Hindi

तैयारी का समय-15 मिनट

पकाने का समय- 1 घंटा

कुल समय- 1 घंटा 15 मिनट

कितने लोगों के लिए- 4 सर्विंग्स

सामग्री-Dal Bati Churma Recipe in Hindi

बाटी बनाने के लिए-

दाल बनाने के लिए-

चूरमा बनाने के लिए-

दाल बाटी चूरमा बनाने की विधि-

बाटी की बनायें-

  1. एक बाउल में गेहूं का आटा, सूजी, घी, नमक और जीरा डालकर मिला लें।
  2. धीरे-धीरे दूध डालें और मिश्रण को सख्त आटा गूंथ लें।
  3. आटे को छोटी, गोल लोइयां बनाएं और उन्हें थोड़ा चपटा करें।
  4. अपने ओवन को 350°F (180°C) पर पहले से गरम कर लें।
  5. बाटी को सुनहरा भूरा होने तक 30-35 मिनट तक बेक करें।

दाल बनायें-

  1. तुवर दाल को अच्छी तरह से धो लें और इसे हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर और नमक के साथ नरम और अच्छी तरह पकने तक पकाएं।
  2. एक अलग पैन में घी गर्म करें और उसमें जीरा, हींग, लहसुन, अदरक और हरी मिर्च डालें। खुशबू आने तक भूनें।
  3. टमाटर डालें और नरम और गूदेदार होने तक पकाएं।
  4. पकी हुई दाल और गरम मसाला डालें, और 10 से 15 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं।
  5. ताजी धनिये की पत्तियों से सजाइये।

चूरमा तैयार करना-

  1. गेहूं का आटा और सूजी मिलाएं, फिर घी डालें।
  2. मिश्रण को सख्त आटा गूंथ लें और छोटी-छोटी गोल लोइयां बना लें।
  3. इन लोइयों को सुनहरा भूरा होने तक बेक करें।
  4. ठंडा होने पर इन्हें पीसकर दरदरा पाउडर बना लें।
  5. पिसे हुए मिश्रण में पिसी चीनी और इलायची पाउडर मिला दीजिये।
  6. अब आपका चूरमा तैयार है।

गर्म और कुरकुरी बाटियों को स्वादिष्ट दाल और मीठे चूरमा के साथ परोसें। तीन अलग-अलग तत्वों का संयोजन आपके मुंह में स्वाद का विस्फोट पैदा करता है। राजस्थान के प्रामाणिक स्वाद के लिए इसके ऊपर घी को डालना बिलकुल न भूलें।Suji Upma Recipe in Hindi

निष्कर्ष

दाल बाटी चूरमा सिर्फ एक भोजन से कहीं अधिक है; यह राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और विरासत का प्रतिनिधित्व है। इस रेसिपी का पालन करके, आप अपने घर में आराम से इस रेगिस्तानी राज्य के पारंपरिक स्वाद का आनंद ले सकते हैं। तो, सामग्री इकट्ठा करें और राजस्थान की इस रेसिपी को एक बार जरूर बनायें।

FAQ-

दाल बाटी कब खाना चाहिए?

दाल बाटी को खाने का सही समय सुबह का नाश्ता हो सकता है, या फिर यह दोपहर के भोजन के रूप में भी आता है। इसे रात के खाने के रूप में भी सर्व कर सकते हैं, लेकिन यह थोड़ा भारी होता है, इसलिए ध्यानपूर्वक खाना चाहिए।


बाटी में क्या क्या पड़ता है?

आटा- बाटी की मुख्य सामग्री आटा होता है, जो दोपहरी के भोजन के लिए उपयोग किया जाता है।
घी या तेल- बाटी में घी या तेल डालकर इसकी खस्ता और कुरकुरी चमक बढ़ाई जाती है।
बेकिंग सोडा- बेकिंग सोडा बाटी को फूफूकदार बनाने के लिए उपयोग होता है।
दही- कुछ व्यक्तिगत स्वाद के लिए दही भी बाटी में मिलाई जा सकती है।
नमक- स्वाद के अनुसार थोड़ा नमक भी मिलाया जा सकता है।
पानी- सभी सामग्री को मिलाने के बाद, पानी का उपयोग एक सही आटा गूंथने के लिए किया जाता है।
अदरक-लहसुन का पेस्ट- बाटी के स्वाद को बढ़ाने के लिए कई बार अदरक-लहसुन का पेस्ट भी बनाया जाता है।
धनिया पत्ती- बाटी को सजाने के लिए धनिया पत्ती का उपयोग किया जा सकता है।

दाल बाटी चूरमा के लिए कौन सा राज्य जाना जाता है?

दाल बाटी चूरमा एक पॉपुलर राजस्थानी व्यंजन है। इसे राजस्थान राज्य में बहुत ही प्रसिद्धता है और वहां की स्थानीय खासियतों में से एक है। यदि आप दाल बाटी चूरमा का स्वाद चखने की इच्छा रखते हैं, तो राजस्थान के किसी अच्छे रेस्तरां या लोकल धाबा में जाकर इसे आसानी से आवश्यक बनाया गया देख सकते हैं। यहां के लोग इसे अक्सर घरों में भी तैयार करते हैं और विशेष अवसरों पर परोसते हैं।

लिट्टी और बाटी में क्या अंतर है?

बाटी- बाटी को बिल्कुल गोल या अर्द्ध-गोल आकार में बनाया जाता है और इसकी सत्ता मुख्यत: आटे में होती है।
लिट्टी- लिट्टी को छोटे गोल या अर्द्ध-गोल आकार में बनाया जाता है और इसकी सत्ता सूजी में होती है। यह बाटी की तरह गोल नहीं होता है।


चूरमा कैसे खाते हैं?

आप चूरमा को अपने पसंद के तरीके से खा सकते हैं और इसके साथ साथी चटनी, रायता, दही, सूखी सब्जी घी और चटनी, दही के साथ भी इसका स्वाद ले सकते हैं। चूरमा का स्वाद खासतर पर्याप्त तारीका दाल के साथ ही बढ़ता है, जो इसे आमतौर पर परोसा जाता है।

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